पंजाबी फ़िल्म के कई प्रोडक्शन वेक मिले है उसी मे से डीलर मेंहदी से ले कर राकेश साबरवाल तक जो लकड़ी और बकरी की कारोबार मे लिप्त है पेन्सिल तो सिर्फ नाम के है आशली कमाई ग्रुप लोन फोन और बकरी की और बकरे की मिट के साथ साथ कुत्ते की मीट और गाय बछड़ा भेशा भैंस और बकरी की पुरे भारत मे नेटवर्क फैला है गैंग का और राजस्थान पत्रिका और पंजाब केसरी जा ट्रैन बस स्टेशन से माल के बहार ट्रस्ट की चाँदा टाय वाय लगाकर अच्छी अच्छी घराने की लेकिन काम और तस्करी बहुत बड़ा है
बीफ की कारोबारी और वाह कारोबारी बंगाल झारखण्ड उ पी से विदेश तक चलता है और मुम्बई आलाना ग्रुप मे और छोटे छोटे ग्रुप चलाता है ताक्की किसी को समझ नहीं आये लेकिन हवाले के काम कर्ता और कराता है सोनू सूद और इस खेल मे कई ग्रुप और लड़किया शामिल है देश और विदेश की इस पार भी जांच की विषय है नारायणी ट्रस्ट लाडली ट्रस्ट और कई बड़े ट्रस्ट और मानिक चाँद ट्रस्ट गुटखा की भी तस्करी होते है बड़े पैमाने पार वाह डूबा मे रहता है पैसे ले आना ले जाना काम कर्ता है लेकिन असली तस्करी पुणे से पुराने तस्करी गुटखा है और राजस्थान डेरी और कई हार्डवेयर स्टोर शामिल है जो ट्रेन मे फेविकोल की डुबबा मे नशा की सामग्रीह आसानी से ट्रेन मे तस्करी कर्ता है ट्रेन की बाथरूम मे छुपा कर उस पार जांच होनी चाहिए
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