बिहार की तस्वीर कैसे बदलेगा जनसुराज? प्रशांत किशोर ने पार्टी की घोषणा करते हुए समझाया पूरा रोडमैप

प्रशांत किशोर ने आज (2 अक्टूबर) को पार्टी की घोषणा की. उन्होंने कहा कि जन जुराज को चुनाव आयोग से स्वीकृति मिल गई है. उन्होंने कहा कि आपने जिस मुद्दा पर वोट दिया वो आपको मिला. पिछड़ों की आवाज को लेकर लालू यादव को वोट किया जो आपको मिली. मंदिर और अनाज के लिए पीएम मोदी को वोट किया जो आपको मिला. बिजली और सड़क को लेकर सीएम नीतीश को वोट किया जो अपको मिला. आपने कभी बच्चों की शिक्षा और रोजगार को लेकर वोट नहीं किया. जन सुराज का दावा है कि जन सुराज आपके बच्चे को सबसे बढ़िया शिक्षा और युवाओं को अपने प्रदेश में रोजगार देगा.



'जन सुराज की विचारधारा है मानवता'

आगे जनसुराज से संस्थापक ने कहा कि पत्रकार पूछेंगे कि आज अगड़े, पिछड़े कौन आये थे. यहां अगड़ा भी है और पिछड़ा भी है. दलित भी है. हिन्दू-मुस्लिम सब आए हैं. ऐसा नया बिहार बनाएंगे कि बिहार पर कोई सवाल खड़ा नहीं करेगा. यहां बाबा साहेब को मानने वाले भी लोग हैं. बीजेपी को मानने वाले लोग भी यहां आए हैं. अब आप लोग पूछिएगा कि विचारधारा आपकी क्या है? मेरी विचारधारा मानवता है.

बिहार में होगी विश्व स्तरीय शिक्षा व्यवस्था- प्रशांत किशोर

आगे जन सुराज के नेता ने कहा कि अगर बिहार को विश्व स्तरीय शिक्षा व्यवस्था देनी है तो 5 लाख करोड़ रुपये चाहिए. अगले 10 वर्ष में तो देश की सबसे अच्छी शिक्षा व्यवस्था बिहार में होगी. 5 लाख करोड़ रुपये आएगा कैसे? शराबबंदी हटाएंगे और शराब से आने वाला टैक्स का पैसा बजट में नेताजी की सुरक्षा के लिए नहीं खर्च होंगे, सड़क, बिजली, पानी के लिए खर्च नहीं होंगे. शराबबंदी के टैक्स का पैसा अगले 20 वर्ष बिहार में सिर्फ और सिर्फ नई शिक्षा व्यवस्था बनाने के लिए खर्च किया जाएगा.

केसी सिन्हा, देवेंद्र यादव, मोनाजिर हसन... पीके की जनसुराज पार्टी में, मनोज भारती अध्यक्ष बने

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी के नाम का एलान कर दिया- जनसुराज पार्टी। मंच पर कौन-कौन? इस सवाल का जवाब भी आया- गणितज्ञ केसी सिन्हा, पूर्व मंत्री देवेंद्र यादव, मोनाजिर हसन...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने जोखिम नहीं उठाते हुए अपने राजनीतिक दल का नाम- जनसुराज पार्टी ही रखा है। 'अमर उजाला' ने पहले ही प्रशांत किशोर की टीम में चल रहे मंथन के आधार पर बताया था कि पार्टी का नाम इसे ही रखने की बात चल रही है। बुधवार को जन सुराज के स्थापना अधिवेशन में इस बात पर नजर थी कि कौन-कौन शामिल हो रहे। तो, अब नाम सामने आ गया है। गणित की किताबों के लिए दशकों से चर्चित केसी सिन्हा पीके के साथ आ गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव, बिहार के पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन भी। और भी नाम सामने आ रहे हैं। पीके ने दलित चेहरा मनोज भारती को अध्यक्ष बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि काबिलियत के कारण बनाए गए हैं, न कि जाति के कारण। मनोज भारती 1988 बैच के आईएफएस के पहले आईआईटी से पढ़े इंजीनियर हैं।

प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में कहा कि आपलोग वोट जिसे देना चाहते हैं, उसे दीजिए। लेकिन, जन सुराज का मंत्र सीख कर दीजिएगा तो शिक्षा और रोजगार मिलेगा। पीके ने कहा कि बिहार में बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा होनी चाहिए। युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए। यहां आजतक पढ़ाई और रोजगार नहीं मिला। आपने आजतक इन दो मुद्दों पर वोट नहीं दिया। हम इसका प्रमाण देते हैं कि कैसे आपके बच्चों को पढ़ाई और रोजगार मिलेगा। 

10 देशों से मेहमानों को बुलाया गया

दो साल पहले गांधी जयंती के दिन ही चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने चंपारण से अपनी पदयात्रा शुरू की थी। दो साल पूरे होने पर आज उन्होंने जनसुराज को राजनीतिक पार्टी बना दी है मंगलवार दोपहर पटना के बेली रोड से पदयात्रा कर वह अपने समर्थकों के साथ वेटनरी कॉलेज मैदान पहुंचे। बिहार में राजनीतिक दल की प्राण-प्रतिष्ठा कर रहे प्रशांत किशोर के कार्यक्रम में विदेशी मेहमानों का जमावड़ा लगा है। पीके की पार्टी गठन के इस कार्यक्रम में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी सहित 10 देशों से मेहमानों को बुलाया गया है।

दलित चेहरा या प्रशांत किशोर की पत्नी पार्टी अध्यक्ष?

प्रशांत किशोर ने गांधी जयंती पर अपनी पार्टी के गठन की घोषणा की, तभी से बिहार की राजनीति के दिग्गजों ने उन्हें कमतर बताना तेज कर दिया। अब प्रचार हो रहा है कि वह अपनी पत्नी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने जा रहे हैं। यह हल्ला इसलिए है, क्योंकि खुद पीके अध्यक्ष नहीं बनने की बात कह रहे हैं। परिवारवाद के आरोप से बचने के लिए पीके अपनी पत्नी को शायद ही यह जिम्मेदारी दें। ऐसे में अध्यक्ष कौन बनेगा, इसपर गहन मंथन जन सुराज के मौजूदा सक्रिय टीम में भी हो रहा है। यह घोषणा भी कल खुद पीके ही करेंगे। कहा जा रहा है कि किसी दलित चेहरे को वह सामने लाएंगे।

अगर सरकार बनी तो यह पांच चीजें लाने का दावा

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का दावा है कि अगर जनसुराज बिहार में अपनी सरकार बनाती है तो काफी परिवर्तन आएगा। उन्होंने पांच चीजों का जिक्र किया। आइए जानते हैं...

*युवाओं का पलायन बंद

*बिहार में ही युवाओं के लिए 10- 15  हजार के रोजी - रोजगार की गारंटी

*बुजुर्गों को ₹2000 पेंशन

*60 वर्ष से ऊपर के हर महिला- पुरुष को प्रतिमाह 2 हजार पेंशन

*महिलाओं को सस्ता ऋण

*सरकारी गारंटी पर महिलाओं को व्यवसाय करने के लिए 4% सालाना ब्याज पर पैसा

*बच्चों के लिए विश्वस्तरीय शिक्षा 

*15 साल तक के हर गरीब के लिए मुफ्त बेहतर शिक्षा की व्यवस्था

*किसानों को खेती से बेहतर कमाई

*नकदी फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए मजदूरों की मुफ्त व्यवस्था

प्रोफेसर रामबली चंद्रवंशी ने कहा- बिहार हर मोर्चे पर पिछड़ा हुआ है

प्रशांत किशोर की टीम में पूर्व मंत्री मुनाजिर हसन, पूर्व केंद्रीय देवेंद्र यादव भी दिख रहे हैं। इस मौके पर नेता और प्रोफेसर रामबली चंद्रवंशी ने कहा कि बिहार हर मोर्चे पर फिसड्डी है। बड़े भाई और छोटे भाई का राज 30 साल से है लेकिन बिहार हर मोर्चे पर पिछड़ा हुआ है। प्रशांत किशोर ने बिहार में बदलाव लाने का संकेत दे दिया है।

शिक्षाविद केसी सिन्हा भी पीके की पार्टी में हुए शामिल

शिक्षाविद केसी सिन्हा भी पीके की पार्टी में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अगर हम बिहार में ही दे सकते तो यहां के छात्रों को बाहर जाने की जरूरत ही नहीं होती। हम जानते हैं कि इनमें कितनी प्रतिभा है। अगर शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दिया जाए तो बिहार में बदलाव होगा। हम लोग जल्दी ही बिहार में आयेंगे और शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने का रहे हैं।

भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके मनोज भारती बने जन सुराज के कार्यवाहक अध्यक्ष

भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके मनोज भारती जन सुराज स्थापना अधिवेशन में पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाये गये। मनोज भारती चार देशों में भारत के राजदूत रहे हैं। वह बिहार के गौरव हैं। मनोज भारती मधुबनी के रहने वाले हैं। यहां के लोग कह रहे थे कि कहां से लाइएगा ऐसा आदमी। यह पहला नमूना हैं। अभी और नमूने बाकी हैं। हर समाज से ऐसे ही लोगों को खोज कर निकाला जायेगा।

प्रशांत किशोर ने जन सुराज दल के संविधान के प्रमुख प्रावधानों को भी जनता के सामने रखा और उनकी इन सभी पर सहमति भी ली। कहा कि जन सुराज के अध्यक्ष का कार्यकाल एक साल का होगा और लीडरशिप काउंसिल का 2 साल। दूसरा उन्होंने बताया की जन सुराज देश का पहला दल होगा जो राइट टू रिकॉल लागू करेगा। जनता ही अपना उम्मीदवार का चयन करेगी और उनको मध्य कार्यकाल में ही हटाने का अधिकार भी जनता के पास होगा। इसी के साथ में उन्होंने महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए ऐलान किया कि जन सुराज ने चुनाव आयोग को अपने आधिकारिक झंडे के लिए आवेदन किया है उसमे महात्मा गांधी के साथ-साथ बाबा साहेब अंबेडकर का भी चित्र होगा

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